Tally software is widely used for accounting and financial management in businesses. In Tally, groups are used to categorize and organize ledger accounts. Here's how you can use groups in Tally software in Hindi:
समूह बनाएं (Create Group):
- मैन्यु (Gateway of Tally) पर जाएं।
- 'मास्टर' सेक्शन में 'ग्रुप' चुनें।
- 'समूह बनाएं' पर क्लिक करें और नया समूह बनाएं।
समूह का उपयोग लेजर खातों के लिए (Assign Group to Ledger):
- मैन्यु पर जाकर 'मास्टर' चुनें और 'लेजर' का चयन करें।
- नया लेजर बनाने के दौरान या मौजूदा लेजर को संपादित करते समय, 'समूह' कॉलम में उचित समूह का चयन करें।
रिपोर्ट देखें (View Reports):
- 'देखना' या 'रिपोर्ट्स' सेक्शन में जाएं।
- आप समूहवार रिपोर्ट्स को देख सकते हैं, जो विभिन्न लेजर और समूहों के बीच संबंधों को दिखा सकती हैं।
समूहों को संपादित करें (Edit Groups):
- 'मास्टर' सेक्शन में जाएं और 'ग्रुप' का चयन करें।
- वहां से आप समूहों को संपादित कर सकते हैं, नए समूह जोड़ सकते हैं या मौजूदा समूह को हटा सकते हैं।
समूहवार संबंधित लेजर देखें (View Group-wise Ledger):
- 'रिपोर्ट्स' सेक्शन में जाएं और 'ग्रुपवार लेजर' रिपोर्ट को चुनें।
- यह रिपोर्ट समूह के आधार पर सभी लेजर खातों को दिखाएगी।
समूहों का उपयोग करके आप अपनी लेडज़र खातों को और भी सुव्यवस्थित रूप से इंटरनेट कर सकते हैं और विभिन्न वित्तीय रिपोर्ट्स बना सकते हैं।
टैली सॉफ्टवेयर में "लेजर" एक प्रमुख हिस्सा है जो व्यवसायिक लेखा-जोखा को संतुलित रखने में मदद करता है। लेजर एक डिजिटल अंकदार है जो हर एक व्यक्ति या संस्था के हर एक लेखक का लेखा-जोखा बनाए रखता है। ये अक्सर एक व्यवसायिक स्थिति लेखा-जोखा को भरोसा और सुझाव देने में मदद करता है। Niche Tally mein Ledger ke kuch मुख्य पहलू को व्यक्त किये गये हैं:
1. **विवरण (विवरण):** हर एक लेजर को एक अनोखा नाम दिया जाता है जिसे हम "लेजर का नाम" कहते हैं। ये व्यक्ति या संस्था के व्यावसायिक घाटनाओं को डरुस्थ से संकेतित करता है।
2. **संकलन (समूहन):** टैली में, बही-खातों को विभिन्न समूहों में रखा जाता है जैसे समूह कहते हैं। ये मदद करता है व्यवसायिक घटनों को सहजानुभूत करने में और उन्हें व्यवसायिक और वित्तीय प्रबंधन में व्यवस्थित रखने में।
3. **संकलन (वर्गीकरण):** हर एक बहीखाता को एक विशेष प्रकार से संकलित किया जाता है जैसे संपत्ति, देनदारियां, आय, व्यय आदि।
4. **सांख्यिक (मात्रात्मक):** कुछ बही खातों में हमें व्यवसायिक घटनों को सांख्यों में व्यक्त करना होता है जैसे कि स्टॉक, मात्रा, या कुछ अन्य विशेषांकित सांख्यें। टैली इसमें मदद करता है।
5. **प्रावधान (प्रावधान):** बहीखाता, प्रावधान को दरुस्थ से दिखाया जाता है, जिसे व्यवसायिक लेखा-जोखा के अंतरगत लगत और लाभ का सही अनुमान लगाया जा सके।
6. **लेखा-जोखा (लेखा):** बहीखाता, एक व्यावसायिक लेखा-जोखा का एक बड़ा हिस्सा है। ये हर एक घाटा और लेनदेन को रिकॉर्ड करता है और इनका प्रतिबिम्ब बनता है।
टैली में लेजर का प्रयोग व्यवसायिक लेखा-जोखा को सुधारने, व्यवसाईक घाटानो को सझानुभूत करने, और व्यवसायिक प्रबंधन को सुधारने के लिए होता है। ये व्यवसायिक प्रबंधन में सहायक है और व्यवसायी घाटे का सर्वोत्तम और सुदृढ रूप से लेखा-जोखा बनाने में मदद करता है।
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